सागर और महासागर में क्या अंतर होता है?
सभी नदियों का पानी आखिर में सागर में गिरता है सागर और महासागर में सबसे बड़ा अंतर यह है कि सागर महासागर की तुलना में छोटे होते हैं और कम गहरे होते हैं
सभी नदियों का पानी आखिर में सागर में गिरता है सागर और महासागर में सबसे बड़ा अंतर यह है कि सागर महासागर की तुलना में छोटे होते हैं और कम गहरे होते हैं
र्य की पहली किरणें भारत में अरुणाचल प्रदेश के डॉग वैली की वेदांग वैली पर पड़ती हैं अरुणाचल प्रदेश की इस गांव को भारत का पहला गांव भी कहा जाता है जो भारत, चीन और म्यांमार के त्रि-जंक्शन पर स्थित है ।
कुबेर देवता ने गंदा भेंट की थी हनुमान जी की गंदा पूरी सोने की बनी और बेहद वजनी है।
हनुमान जी ने एक ही बार में रावण के रथ को तहस-नहस कर डाला था और कई राक्षसों का संहार किया था हनुमान जी की गंदा का नाम कोमोदकी गंदा है जानकारो के अनुसार श्रीलंका में पूरे सोने की बनी गंदा खुदाई में निकली थी जि
भगवान राम के धनुष का नाम कोदंड था जो प्रसिद्ध धनुष था को दंड का अर्थ ‘बांस से बना हुआ’। हर कोई इसे धारण नहीं कर सकता था कोदंड की लंबाई 5.5 हाथ थी कहा जाता है कोदंड एक ऐसा धनुष था जिसे छोड़ा गया बढ़ लक्ष्य से भेद कर ही वापस आता था।
एक भी बेसहारा कुत्ते को सेल्समैन रख लिया डॉग का आईडी कार्ड है जो उसे गले में रहता है बताया जाता है कुत्ता शोरूम के बाहर घूमता था वह धीरे-धीरे कर्मचारियों से घुल मिल गया टक्शन का शोरूम के अंदर एक घर भी है
जबकि ब्रज में यह त्योहार 40 दिनों तक चलता है जिसकी शुरुआत राधा की जन्मभूमि बनारस से होती है इसके बाद देश के अन्य हिस्सों में मनाया जाता है इन 40 तरह की होली में से एक लट्ठमार होली भी खेली जाती है
विदेश के पंखों में चार ब्लेड देखने को मिलती है क्योंकि ज्यादातर विदेशों की जलवायु ठंडी होती है चार ब्लेड वाले पंखे मध्यम गति से हवा फेंकते हैं और चार ब्लेड वाले पंखों का इस्तेमाल वेंटिलेशन के लिए किया जाता है दुनिया में सिर्फ तीन और चार ब्लेड वाले ही पंख नहीं है बल्कि 5 और 6 ब्लेड वाले पंखे भी होते हैं
भारत के पंजाब राज्य के जालंधर जिले में उप्पल भोपा गांव की हर छत पर एक से बढ़कर एक टंकी देखने को मिलेगी लोगों ने शेर, घोड़ा, जहाज, कमल जैसे पानी की टंकीयो का क्रेज दिखाई देता है पंजाब के जालंधर के आसपास से सबसे ज्यादा लोग विदेश में सेटल है
इन पुतलों को बिजूका कहते हैं बिजूका यहां रहने वालों की तन्हाई को दूर करने के लिए बनाए गए हैं लोगों ने अपनी पसंद के अनुसार बिजूका को घर, आंगन,खेत और सड़कों में खड़ा कर दिया है यहां तक की मछली पकड़ते बिजूका, बस स्टैंड पर बैठे बिजूका, स्कूलों में छात्र और शिक्षक के बिजूका डांस करते बिजूका दिख जाएंगे।
एक बार गांव में बारिश के दौरान वहां के लोगों को एक चट्टान मिली और जब लोगों ने उसे दबा कर देखा तो उससे खून बह रहा था और उसी रात गांव के मुखिया ने सपना देखा जिसमें भगवान शनि देव ने गांव में अपने नाम का मंदिर बनाने का आदेश दिया भगवान की एक शर्त थी की मंदिर में छत नहीं होगी।