मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम हमेशा अपने पास धनुष रखते थे। भगवान राम जी और उनके भाइयों को धनुष बाण और अन्य शास्त्रों को चलाने की शिक्षा गुरु वरिष्ठ ने दी थी। प्राचीन समय में धनुर्धर अपने साथ धनुष और बाण रखते थे। धनुर्धर अपने धनुष से बनाते थे, धनुष और बाण बनाने की खास कला होती थी और उनके धनुष के खास नाम भी होते थे लेकिन क्या आपको पता भगवान राम का धनुष का क्या नाम था और इस धनुष को चमत्कारी भी बताया जाता है?
भगवान राम के धनुष का नाम
भगवान राम के धनुष का नाम कोदंड था जो प्रसिद्ध धनुष था को दंड का अर्थ ‘बांस से बना हुआ’। हर कोई इसे धारण नहीं कर सकता था कोदंड की लंबाई 5.5 हाथ थी कहा जाता है कोदंड एक ऐसा धनुष था जिसे छोड़ा गया बढ़ लक्ष्य से भेद कर ही वापस आता था।
भगवान राम सर्वश्रेष्ठ धनुर्धर थे
राम जी समय के सर्वश्रेष्ठ धनुर्धर थे उन्होंने इसी धनुष से रावण और अन्य कई राक्षसों का वध किया था उनका धनुष उनके अलावा और कोई नहीं छू सकता था भगवान राम जी ने दंड कारण में 10 वर्ष से अधिक समय एक भूल वनवासी और आदिवासी के साथ रहकर उनकी सेवा की थी इसीलिए भिलाई में एक राम मंदिर है जिसका नाम ‘कोदंड रामालयम’ मंदिर है