हांगकांग में लोग पिंजरे में क्यों रहते हैं?
हांगकांग में कुछ लोग पिंजरे में रहने को मजबूर हैं। इन्हें “कॉफिन होम्स” भी कहा जाता है, जहां उन्हें 1.9 मीटर के छोटे ताबूत जैसे घरों में रहना पड़ता है। यह घर इतने छोटे होते हैं कि एक इंसान से ज्यादा इसमें कोई नहीं रह सकता। खाना पकाने से लेकर सोने तक, सबकुछ 15 स्क्वैयर फीट के पिंजरों में ही करना पड़ता है।