जापान तकनीक में बहुत आगे है इसलिए इसे भविष्य का देश भी कहा जाता है यहां वेंडिंग मशीन से लेकर बुलेट ट्रेन, स्मार्ट पब्लिक टॉयलेट सब कुछ एडवांस लेवल पर है लेकिन जापान की चौकचौध के पीछे एक सच्चाई है वह है वहां की घटती आबादी ऐसे में जापान का एक गांव जो कम जनसंख्या और अकेलेपन की कमी को दूर करने के तरीके से दुनिया भर में प्रसिद्ध हो गया।
जापान में नगोरो नाम का एक गांव में सिर्फ 27 लोग रह गए हैं पहले इस गांव में 300 लोग रहते थे लेकिन अब यह सारी आबादी गांव छोड़कर चली गई लेकिन अगर कोई इस गांव में आकर देखेगा तो उनको उन खाली घरों में कई सारी गुड़िया दिखेंगीं जापान का नगोरो गांव के स्कूलों में अब बच्चों की जगह पुतले पढ़ते दिखाई देंगे यह गांव लगभग पूरी तरह से वीरान पड़ा है गांव में केवल बुजुर्ग रह गए हैं।
नगोरो गांव में रहने वाली 67 वर्षीय सुकिमी इन पुतलों को 16 साल से बना रही है इन पुतलों को बिजूका कहते हैं बिजूका यहां रहने वालों की तन्हाई को दूर करने के लिए बनाए गए हैं लोगों ने अपनी पसंद के अनुसार बिजूका को घर, आंगन,खेत और सड़कों में खड़ा कर दिया है यहां तक की मछली पकड़ते बिजूका, बस स्टैंड पर बैठे बिजूका, स्कूलों में छात्र और शिक्षक के बिजूका डांस करते बिजूका दिख जाएंगे। इन बिजूका को देखने के लिए दूर-दराज से पर्यटक आते हैं इस गांव की डॉक्यूमेंट्री फिल्म भी बन चुकी है।