आप जब रेलवे स्टेशन जाओगे तो वहां आपको स्टेशन के बोर्ड पर स्टेशन के नाम के नीचे समुद्र से ऊंचाई लिखी मिली देखने को मिलेगी यह ट्रेन चालकों और गार्ड के लिए बहुत जरूरी होता है दरअसल समुद्र तल की ऊंचाई का कनेक्शन ट्रेन की स्पीड से है यह जानकारी यात्रियों के लिए नहीं बल्कि लोको पायलट और गार्ड के लिए होता है इससे वह ट्रेन की स्पीड निर्धारित करते हैं की चढ़ाई को चढ़ाई पर चढ़ने के लिए इंजन को कितनी पावर देनी होगी जब नीचे की ओर जाएगा तब ड्राइवर को फ्रिक्शन लगाना होगा इसीलिए सभी स्टेशनों पर समुद्र तल से ऊंचाई लिखी होती है
जब रेलवे स्टेशन बन रहे थे तब समुद्र तल की ऊंचाई की वजह से रेल लाइन बिछाने में सहायक होती थी ताकि यह बाढ़ और हाई टाइड से बचा जा सके देश में सबसे कम ऊंचाई वाला रेलवे स्टेशन कुट्टनाड रेलवे स्टेशन है जो केरल में स्थित है जिसकी ऊंचाई सिर्फ 2.3 मीटर है इसे न केवल भारत का बल्कि दुनिया का सबसे निचला रेलवे स्टेशन कहा जाता है।