बचपन से हम सौरमंडल और उसमें ग्रहण के बारे में पढ़ते आ रहे हैं हम सब जानते हैं कि सूर्य एक तारा है पृथ्वी सहित बुध, शुक्र, मंगल, शनि, यूरेनस और नेपच्यून ग्रह हैं लेकिन सवाल यह होता है कि आखिर सूर्य को तारा क्यों कहा जाता है आईए जानते हैं।
ग्रह किसे कहते हैं
ग्रह एक विशाल आकाशीय पिंड होते हैं जो तारे की परिक्रमा करते हैं और इनका कोई प्रकाश नहीं होता है
ग्रह के प्रकार
ग्रह के दो रूप होते हैं
1- आंतरिक ग्रह
2- बाह्य ग्रह
आंतरिक ग्रह– आंतरिक ग्रह उन्हें कहते हैं जिनके बाहरी सतह ठोस होती है जिसे जैसे बुद्ध, पृथ्वी, मंगल और शुक्र यह ग्रह पानी, चट्टान, कार्बन और सिलीकेट से बने होते हैं।
बाह्य ग्रह– बाह्य ग्रह उन्हें कहते हैं जिनकी सतह द्रवीय या गैसीय होती है जैसे शनि, बृहस्पति, वरुण और अरुण यह ग्रह हाइड्रोजन व हीलियम जैसे गैसीय पदार्थ से बने होते हैं।
तारा किसे कहते हैं
तारे व खगोलीय पिंड होते हैं जो स्वयं प्रकाश उत्पन्न करते हैं सभी तारे मुख्य रूप से हाइड्रोजन गैस के बने होते हैं अंतरिक्ष में असंख्य अनगिनत तारे हैं सूर्य भी एक तारा है।