सेब को लेकर एक कहावत है ‘एन एप्पल ए डे’, ‘ कीप्स डॉक्टर अवे’ जिसका मतलब है ‘अगर हम रोज एक सेब खाते हैं तो डॉक्टर से दूर रह सकते हैं’। क्योंकि सेब में विटामिन्स, फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट्स होता है इसका नाम लाभकारी फलों की लिस्ट में आता है और यह हमारे शरीर को कई तरह के रोगों से दूर रखता है हालांकि सेब खाने से जितना फायदा होता है उसके बीच उतना ही नुकसान पहुंचा सकते हैं लेकिन यह तब मुमकिन है जब कोई सेब के बीजों का सेवन बहुत ज्यादा मात्रा में करें, दरअसल सेब के बीजों में एमिग्डलिन नामक एक कंपाउंड होता है जो विषैला होता है सेब के बीजों पर एक सख्त परत चढ़ी होती है जिसके साथ बीज निगलने से पेट के रसायन लेयर को तोड़ नहीं पाते और विषैला कंपाउंड बाहर नहीं निकल पाता
लेकिन अगर इन बीजों को चबाकर खाया जाए या वह किसी तरह टूट जाए तो एमिग्डलिन हाइड्रोजन साइनाइड में बदल जाता है यह बहुत हानिकारक है अगर ज्यादा मात्रा में लिया जाए इसकी वजह से व्यक्ति की मौत भी हो सकती है हालांकि बीजों से निकलने वाला साइनाइड की मात्रा बहुत कम होती है हाइड्रोजन सायनाइड की 50-300 मिलीग्राम मात्रा जानलेवा होती है जबकि सेब के एक बीज में केवल 0.6 मिलीग्राम हाइड्रोजन सायनाइड होता है।