राम मंदिर बनने की बात से ही बहुत से विरोधी लोगों ने यह सवाल उठाया कि आखिर राम मंदिर से भारत को क्या फायदा होगा? चलिए आज जानते हैं कि अयोध्या में राम मंदिर से कितने लोगों की लाइफ बदल जाएगी या यू कहे कि भगवान श्री राम जल्द ही देश के सबसे बड़े बिजनेस ब्रांड भी बनने वाले हैं मतलब सिर्फ श्री राम जी से जुड़े चीजों का कारोबार इतना हो जाएगा कि शायद ही इस देश में किसी चीज का हो।
इस वक्त देश में 200 से 250 शहर ऐसे हैं जो पूरी तरह से उस शहर में मौजूद एक बड़े मंदिर की वजह से चलते हैं नेशनल सैंपल सर्वे ऑर्गेनाइजेशन के मुताबिक भारत में धर्म से जुड़ी अर्थव्यवस्था 3 लाख करोड़ की है देश की कुल जीडीपी में इसका योगदान 2.32% के आसपास है देश के कुछ सबसे बड़े मंदिरों की बात करें तो अकेले तिरुपति बालाजी मंदिर की सालाना आय 3000 करोड़ है और तो सीडी मंदिर की 500 करोड़ है और हर साल होने वाली कावड़ यात्रा का कारोबार 250 करोड़ के आसपास है भारत में उत्तर से लेकर दक्षिण और पूर्व से लेकर पश्चिम तक शायद ही कोई ऐसा कोना होगा जहां भगवान श्री राम पूजे न जाते हैं यही वजह है पूरे दुनिया के श्रद्धालु यहां आने को बेकरार बैठे हैं।
एक अनुमान के मुताबिक हर साल कम से कम 2 करोड़ श्रद्धालु अयोध्या आएंगे कुछ एजेंसीज का तो मानना है कि यह फिगर 40 करोड़ तक जा सकता है इससे उत्तर प्रदेश को हर साल 25 से 30 हजार करोड़ की आमदनी होगी इस तरह राम मंदिर बनने से ही अयोध्या में होटल हॉस्पिटल, एयरलाइन, ट्रैवल जैसे तमाम एजेंसीज हैं जिन्हें बंपर फायदा होगा। इतना ही नहीं ताज ग्रुप ने यहां तो होटल का कंस्ट्रक्शन भी शुरू कर दिया है ऐसे ही 75 होटल बनने वाले हैं अगर किसी शहर में एक नॉर्मल सा दो स्टार होटल 20 कमरों का खुलता है तो सैफ से लेकर मैनेजर को मिलाकर 25 से 30 स्टॉफ की जरूरत होती है इस तरह एक होटल में 30 से 40 लोगों को रोजगार मिल सकता है अब आने वाले दिनों में अयोध्या में ऐसे 500 होटल भी खुलते हैं तो आप अंदाजा लगाइए कि अकेले हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री से कितने लोगों को फायदा होगा इतना ही नहीं यूपी सरकार ने होमस्टेय योजना चला कर आम लोगों को यह ऑफर दे दिया है कि वह अपने घर पर होमस्टेय में तब्दील करके घर पर कमाई करें इससे जो लोग अयोध्या छोड़ छोड़ कर कहीं कमाने चले गए थे वह अपने घर में होमस्टेय के लिए दोबारा आ गए हैं।
किसी शहर में अगर कोई टूरिस्ट जाता है तो वह बाहर रेस्टोरेंट ढाबे में खाना खाने भी जाएगा तो ढाबे वालों का भी कारोबार बढ़ेगा वहीं टूरिस्ट शहर में कहीं जाने के लिए टैक्सी लगा तो ट्रांसपोर्ट वालों को भी फायदा होगा।
सच तो यह है कि लाखों श्रद्धालुओं के आने के बाद जो डिमांड पैदा होने वाली है उसे प्रयागराज, गोरखपुर, वाराणसी जैसे पड़ोसी जिलों को मिलकर पूरा करना पड़ेगा । एक रिपोर्ट के मुताबिक 2033 तक भारत का टूरिज्म का कुल कारोबार 443 अरब डॉलर का हो जाएगा।